अपने मानसिक भावों या विचारों को संक्षिप्त रूप से तथा नियन्त्रित ढंग से लिखना 'निबन्ध' कहलाता है।
स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू केवल एक राजनीतिज्ञ ही नहीं थे, अपितु वे एक बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न महान पुरुष थे।
इन्दिरा जी का जन्म 19 नवम्बर 1917 को हुआ था। जन्म के समय श्रीमती सरोजनी नायडू ने एक तार भेजकर कहा था-वह भारत की नई आत्मा है।
सफल वक्ता के रूप में ख्यातिलब्ध अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को हुआ। श्री वाजपेयी जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।
उनका जन्म 5 सितम्बर, 1888 को तमिलनाडु राज्य के तिरूतनी नामक गाँव में हुआ था।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, विधिवेत्ता होने के साथ-साथ समाज सुधारक भी थे।
यूगोस्लाविया के स्कोपजे नामक एक छोटे से नगर में मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को हुआ था।
स्वामी दयानन्द का जन्म उस समय हुआ जब देश चारों ओर से संकटों और आपदाओं से घिरा हुआ था।
राजा राममोहन राय एक महान देशभक्त थे। जिनकी रगों में देशभक्ति की पवित्र भावना प्रवाहित हो रही थी।
महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म करीब ढाई हजार वर्ष पूर्व कपिलवस्तु के महाराजा शुद्धोदन के यहां हुआ था।
सावरकर का जन्म उस चितपावन ब्राह्मण कुल में हुआ था जिसने इससे पूर्व भी अनेक देशभक्त महापुरुषों को जन्म दिया था।
स्वामी विवेकानन्द के पूर्वजों का आदि निवास वर्द्धमान (पश्चिम बंगाल) जिले के कालना महकमे के अन्तर्गत ठेरेटोना गांव में था।
महावीर स्वामी का कहना था कि जाति-पाति से न कोई श्रेष्ठ या महान नहीं बनता है न ही उसका कोई स्थायी जीवन मूल्य ही होता है।
महात्मा गाँधी का परिचय देना सूर्य को दीया दिखाना है। वे हमारे के उन महापुरुषों में एक थे, जिनसे राष्ट्रीय जीवन का नया इतिहास तैयार हुआ है।
भारत देश के 'रत्न' और बिहार के 'गौरव' डॉं० राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। वे लगभग 10 वर्ष इस पद पर बने रहे। इस काल में देश की अच्छी उन्नति हुई। उनकी सेवाएँ अमूल्य और अनेक हैं।
नरेन्द्र दामोदरदास मोदी स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं।
भगतसिंह जब चार-पांच वर्ष के हुए तो उन्हें गांव के प्राइमरी स्कूल में दाखिला दिलाया गया।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानियों में से एक नेताजी सुभाषचन्द्र बोस भी थे।
श्री प्रणब मुखर्जी ने भारत के तेरहवें राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई, 2012 को शपथ ग्रहण की।