Vakya vichar(Syntax)(वाक्य विचार)


वाक्य-विग्रह (Analysis)

वाक्य-विग्रह (Analysis)- वाक्य के विभिन्न अंगों को अलग-अलग किये जाने की प्रक्रिया को वाक्य-विग्रह कहते हैं। इसे 'वाक्य-विभाजन' या 'वाक्य-विश्लेषण' भी कहा जाता है।
सरल वाक्य का विग्रह करने पर एक उद्देश्य और एक विद्येय बनते है। संयुक्त वाक्य में से योजक को हटाने पर दो स्वतंत्र उपवाक्य (यानी दो सरल वाक्य) बनते हैं। मिश्र वाक्य में से योजक को हटाने पर दो अपूर्ण उपवाक्य बनते है।

सरल वाक्य= 1 उद्देश्य + 1 विद्येय
संयुक्त वाक्य= सरल वाक्य + सरल वाक्य
मिश्र वाक्य= प्रधान उपवाक्य + आश्रित उपवाक्य

वाक्यों का रूपान्तरण

किसी वाक्य में अर्थ परिवर्तन किए बिना उसकी संचरना में परिवर्तन की प्रक्रिया वाक्यों का रूपान्तरण कहलाती है। एक प्रकार के वाक्य को दूसरे प्रकार के वाक्यों में बदलना वाक्य परिवर्तन या वाक्य रचनान्तरण कहलाता है।

अर्थ में परिवर्तन लाए बिना वाक्य की रचना में परिवर्तन किया जा सकता है। सरल वाक्यों से संयुक्त अथवा मिश्र वाक्य बनाए जा सकते हैं। इसी प्रकार संयुक्त अथवा मिश्र वाक्यों को सरल वाक्यों में बदला जा सकता है। ध्यान रखिए कि इस परिवर्तन के कारण कुछ शब्द, योजक चिह्न या संबंधबोधक लगाने या हटाने पड़ सकते हैं।

वाक्य परिवर्तन की प्रक्रिया में इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वाक्य का केवल प्रकार बदला जाए, उसका अर्थ या काल आदि नहीं।

वाक्य परिवर्तन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

वाक्य परिवर्तन करते समय निम्नलिखित बातें ध्यान रखनी चाहिए।
(i)केवल वाक्य रचना बदलनी चाहिए, अर्थ नहीं।
(ii)सरल वाक्यों को मिश्र या संयुक्त वाक्य बनाते समय कुछ शब्द या सम्बन्धबोधक अव्यय अथवा योजक आदि से जोड़ना।
जैसे- क्योंकि, कि, और, इसलिए, तब आदि।
(iii)संयुक्त/मिश्र वाक्यों को सरल वाक्यों में बदलते समय योजक शब्दों या सम्बन्धबोधक अव्ययों का लोप करना।

सरल वाक्य से संयुक्त वाक्य में परिवर्तन

(1)सरल वाक्य- अस्वस्थ रहने के कारण वह परीक्षा में सफल न हो सका।
संयुक्त वाक्य- वह अस्वस्थ था और इसलिए परीक्षा में सफल न हो सका।

(2)सरल वाक्य- सूर्योदय होने पर कुहासा जाता रहा।
संयुक्त वाक्य- सूर्योदय हुआ और कुहासा जाता रहा।

(3)सरल वाक्य- गरीब को लूटने के अतिरिक्त उसने उसकी हत्या भी कर दी।
संयुक्त वाक्य- उसने न केवल गरीब को लूटा, बल्कि उसकी हत्या भी कर दी।

(4)सरल वाक्य- पैसा साध्य न होकर साधन है।
संयुक्त वाक्य- पैसा साध्य नहीं है, किन्तु साधन है।

(5)सरल वाक्य- अपने गुणों के कारण उसका सब जगह आदर-सत्कार होता है।
संयुक्त वाक्य- उसमें गुण थे इसलिए उसका सब जगह आदर-सत्कार होता था।

(6)सरल वाक्य- दोनों में से कोई काम पूरा नहीं हुआ।
संयुक्त वाक्य- न एक काम पूरा हुआ न दूसरा।

(7) सरल वाक्य- पंगु होने के कारण वह घोड़े पर नहीं चढ़ सकता।
संयुक्त वाक्य- वह पंगु है इसलिए घोड़े पर नहीं चढ़ सकता।

(8) सरल वाक्य- परिश्रम करके सफलता प्राप्त करो।
संयुक्त वाक्य- परिश्रम करो और सफलता प्राप्त करो।

(9) सरल वाक्य- रमेश दण्ड के भय से झूठ बोलता रहा।
संयुक्त वाक्य- रमेश को दण्ड का भय था, इसलिए वह झूठ बोलता रहा।

(10) सरल वाक्य- वह खाना खाकर सो गया।
संयुक्त वाक्य- उसने खाना खाया और सो गया।

(11) सरल वाक्य- उसने गलत काम करके अपयश कमाया।
संयुक्त वाक्य- उसने गलत काम किया और अपयश कमाया।

संयुक्त वाक्य से सरल वाक्य में परिवर्तन

(1)संयुक्त वाक्य- सूर्योदय हुआ और कुहासा जाता रहा।
सरल वाक्य- सूर्योदय होने पर कुहासा जाता रहा।

(2)संयुक्त वाक्य- जल्दी चलो, नहीं तो पकड़े जाओगे।
सरल वाक्य- जल्दी न चलने पर पकड़े जाओगे।

(3)संयुक्त वाक्य- वह धनी है पर लोग ऐसा नहीं समझते।
सरल वाक्य- लोग उसे धनी नहीं समझते।

(4)संयुक्त वाक्य- वह अमीर है फिर भी सुखी नहीं है।
सरल वाक्य- वह अमीर होने पर भी सुखी नहीं है।

(5)संयुक्त वाक्य- बाँस और बाँसुरी दोनों नहीं रहेंगे।
सरल वाक्य- न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी।

(6)संयुक्त वाक्य- राजकुमार ने भाई को मार डाला और स्वयं राजा बन गया।
सरल वाक्य- भाई को मारकर राजकुमार राजा बन गया।

सरल वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन

(1)सरल वाक्य- उसने अपने मित्र का पुस्तकालय खरीदा।
मिश्र वाक्य- उसने उस पुस्तकालय को खरीदा, जो उसके मित्र का था।

(2)सरल वाक्य- अच्छे लड़के परिश्रमी होते हैं।
मिश्र वाक्य- जो लड़के अच्छे होते है, वे परिश्रमी होते हैं।

(3)सरल वाक्य- लोकप्रिय कवि का सम्मान सभी करते हैं।
मिश्र वाक्य- जो कवि लोकप्रिय होता है, उसका सम्मान सभी करते हैं।

(4)सरल वाक्य- लड़के ने अपना दोष मान लिया।
मिश्र वाक्य- लड़के ने माना कि दोष उसका है।

(5)सरल वाक्य- राम मुझसे घर आने को कहता है।
मिश्र वाक्य- राम मुझसे कहता है कि मेरे घर आओ।

(6)सरल वाक्य- मैं तुम्हारे साथ खेलना चाहता हूँ।
मिश्र वाक्य- मैं चाहता हूँ कि तुम्हारे साथ खेलूँ।

(7)सरल वाक्य- आप अपनी समस्या बताएँ।
मिश्र वाक्य- आप बताएँ कि आपकी समस्या क्या है ?

(8)सरल वाक्य- मुझे पुरस्कार मिलने की आशा है।
मिश्र वाक्य- आशा है कि मुझे पुरस्कार मिलेगा।

(9)सरल वाक्य- महेश सेना में भर्ती होने योग्य नहीं है।
मिश्र वाक्य- महेश इस योग्य नहीं है कि सेना में भर्ती हो सके।

(10)सरल वाक्य- राम के आने पर मोहन जाएगा।
मिश्र वाक्य- जब राम जाएगा तब मोहन आएगा।

(11)सरल वाक्य- मेरे बैठने की जगह कहाँ है ?
मिश्र वाक्य- वह जगह कहाँ है जहाँ मैं बैठूँ ?

(12)सरल वाक्य- मैं तुम्हारे साथ व्यापार करना चाहता हूँ।
मिश्र वाक्य- मैं चाहता हूँ कि तुम्हारे साथ व्यापार करूँ।

मिश्र वाक्य से सरल वाक्य में परिवर्तन

(1)मिश्र वाक्य- उसने कहा कि मैं निर्दोष हूँ।
सरल वाक्य- उसने अपने को निर्दोष घोषित किया।

(2)मिश्र वाक्य- मुझे बताओ कि तुम्हारा जन्म कब और कहाँ हुआ था।
सरल वाक्य- तुम मुझे अपने जन्म का समय और स्थान बताओ।

(3)मिश्र वाक्य- जो छात्र परिश्रम करेंगे, उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी।
सरल वाक्य- परिश्रमी छात्र अवश्य सफल होंगे।

(4)मिश्र वाक्य- ज्यों ही मैं वहाँ पहुँचा त्यों ही घण्टा बजा।
सरल वाक्य- मेरे वहाँ पहुँचते ही घण्टा बजा।

(5)मिश्र वाक्य- यदि पानी न बरसा तो सूखा पड़ जाएगा।
सरल वाक्य- पानी न बरसने पर सूखा पड़ जाएगा।

(6)मिश्र वाक्य- उसने कहा कि मैं निर्दोष हूँ।
सरल वाक्य- उसने अपने को निर्दोष बताया।

(7)मिश्र वाक्य- यह निश्चित नहीं है कि वह कब आएगा?
सरल वाक्य- उसके आने का समय निश्चित नहीं है।

(8)मिश्र वाक्य- जब तुम लौटकर आओगे तब मैं जाऊँगा।
सरल वाक्य- तुम्हारे लौटकर आने पर मैं जाऊँगा।

(9)मिश्र वाक्य- जहाँ राम रहता है वहीं श्याम भी रहता है।
सरल वाक्य- राम और श्याम साथ ही रहते हैं।

(10)मिश्र वाक्य- आशा है कि वह साफ बच जाएगा।
सरल वाक्य- उसके साफ बच जाने की आशा है।

संयुक्त वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन

(1) संयुक्त वाक्य- सूर्य निकला और कमल खिल गए।
मिश्र वाक्य- जब सूर्य निकला, तो कमल खिल गए।

(2) संयुक्त वाक्य- छुट्टी की घंटी बजी और सब छात्र भाग गए।
मिश्र वाक्य- जब छुट्टी की घंटी बजी, तब सब छात्र भाग गए।

(3)संयुक्त वाक्य- काम पूरा कर डालो नहीं तो जुर्माना होगा।
मिश्र वाक्य- यदि काम पूरा नहीं करोगे तो जुर्माना होगा।

(4)संयुक्त वाक्य- इस समय सर्दी है इसलिए कोट पहन लो।
मिश्र वाक्य- क्योंकि इस समय सर्दी है, इसलिए कोट पहन लो।

(5)संयुक्त वाक्य- वह मरणासन्न था, इसलिए मैंने उसे क्षमा कर दिया।
मिश्र वाक्य- मैंने उसे क्षमा कर दिया, क्योंकि वह मरणासन्न था।

(6)संयुक्त वाक्य- वक्त निकल जाता है पर बात याद रहती है।
मिश्र वाक्य- भले ही वक्त निकल जाता है, फिर भी बात याद रहती है।

(7)संयुक्त वाक्य- जल्दी तैयार हो जाओ, नहीं तो बस चली जाएगी।
मिश्र वाक्य- यदि जल्दी तैयार नहीं होओगे तो बस चली जाएगी।

(8)संयुक्त वाक्य- इसकी तलाशी लो और घड़ी मिल जाएगी।
मिश्र वाक्य- यदि इसकी तलाशी लोगे तो घड़ी मिल जाएगी।

(9)संयुक्त वाक्य- सुरेश या तो स्वयं आएगा या तार भेजेगा।
मिश्र वाक्य- यदि सुरेश स्वयं न आया तो तार भेजेगा।

मिश्र वाक्य से संयुक्त वाक्य में परिवर्तन

(1)मिश्र वाक्य- वह उस स्कूल में पढ़ा जो उसके गाँव के निकट था।
संयुक्त वाक्य- वह स्कूल में पढ़ा और वह स्कूल उसके गाँव के निकट था।

(2)मिश्र वाक्य- मुझे वह पुस्तक मिल गई है जो खो गई थी।
संयुक्त वाक्य- वह पुस्तक खो गई थी परन्तु मुझे मिल गई है।

(3)मिश्र वाक्य- जैसे ही उसे तार मिला वह घर से चल पड़ा।
संयुक्त वाक्य- उसे तार मिला और वह तुरन्त घर से चल पड़ा।

(4)मिश्र वाक्य- काम समाप्त हो जाए तो जा सकते हो।
संयुक्त वाक्य- काम समाप्त करो और जाओ।

(5)मिश्र वाक्य- मुझे विश्वास है कि दोष तुम्हारा है।
संयुक्त वाक्य- दोष तुम्हारा है और इसका मुझे विश्वास है।

(6)मिश्र वाक्य- आश्चर्य है कि वह हार गया।
संयुक्त वाक्य- वह हार गया परन्तु यह आश्चर्य है।

(7)मिश्र वाक्य- जैसा बोओगे वैसा काटोगे।
संयुक्त वाक्य- जो जैसा बोएगा वैसा ही काटेगा।

कर्तृवाचक से कर्मवाचक वाक्य में परिवर्तन

(1)कर्तृवाचक वाक्य- लड़का रोटी खाता है।
कर्मवाचक वाक्य- लड़के से रोटी खाई जाती है।

(2)कर्तृवाचक वाक्य- तुम व्याकरण पढ़ाते हो।
कर्मवाचक वाक्य- तुमसे व्याकरण पढ़ाया जाता है।

(3)कर्तृवाचक वाक्य- मोहन गीत गाता है।
कर्मवाचक वाक्य- मोहन से गीत गाया जाता है।

अर्थ की दृष्टि से वाक्य में परिवर्तन

अर्थ की दृष्टि से वाक्य के आठ भेद हम पढ़ चुके हैं। उनका भी रूपान्तरण हो सकता है। एक
वाक्य का उदाहरण देखिए-
विधानवाचक- अनुपमा पुस्तक पढ़ेगी।
निषेधवाचक- अनुपमा पुस्तक नहीं पढ़ेगी।
प्रश्नवाचक- क्या अनुपमा पुस्तक पढ़ेगी ?
विस्मयवाचक- अरे! अनुपमा पुस्तक पढ़ेगी।
आज्ञावाचक- अनुपमा, पुस्तक पढ़ो।
इच्छावाचक- अनुपमा पुस्तक पढ़ती होगी।
संकेतवाचक- अनुपमा पुस्तक पढ़े तो ......

विधिवाचक से निषेधवाचक वाक्य में परिवर्तन

(1)विधिवाचक वाक्य- वह मुझसे बड़ा है।
निषेधवाचक- मैं उससे बड़ा नहीं हूँ।

(2)विधिवाचक वाक्य- अपने देश के लिए हरएक भारतीय अपनी जान देगा।
निषेधवाचक वाक्य- अपने देश के लिए कौन भारतीय अपनी जान न देगा ?

विधानवाचक वाक्य से निषेधवाचक वाक्य में परिवर्तन

(1) विधानवाचक वाक्य- यह प्रस्ताव सभी को मान्य है।
निषेधवाचक- इस प्रस्ताव के विरोधाभास में कोई नहीं है।

(2) विधानवाचक वाक्य- तुम असफल हो जाओगे।
निषेधवाचक- तुम सफल नहीं हो पाओगे।

(3) विधानवाचक वाक्य- शेरशाह सूरी एक बहादुर बादशाह था।
निषेधवाचक- शेरशाह सूरी से बहादुर कोई बादशाह नहीं था।

(4) विधानवाचक वाक्य- रमेश सुरेश से बड़ा है।
निषेधवाचक- रमेश सुरेश से छोटा नहीं है।

(5) विधानवाचक वाक्य- शेर गुफा के अन्दर रहता है।
निषेधवाचक- शेर गुफा के बाहर नहीं रहता है।

(6) विधानवाचक वाक्य- मुझे सन्देह हुआ कि यह पत्र आपने लिखा।
निषेधवाचक- मुझे विश्वास नहीं हुआ कि यह पत्र आपने लिखा।

(7) विधानवाचक वाक्य- मुगल शासकों में अकबर श्रेष्ठा था।
निषेधवाचक- मुगल शासकों में अकबर से बढ़कर कोई नहीं था।

निश्चयवाचक वाक्य से प्रश्नवाचक वाक्य में परिवर्तन

(1) निश्चयवाचक- आपका भाई यहाँ नहीं हैं।
प्रश्नवाचक- आपका भाई कहाँ है ?

(2) निश्चयवाचक- किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
प्रश्नवाचक- किस पर भरोसा किया जाए ?

(3) निश्चयवाचक- गाँधीजी का नाम सबने सुन रखा है।
प्रश्नवाचक- गाँधीजी का नाम किसने नहीं सुना?

(4) निश्चयवाचक- तुम्हारी पुस्तक मेरे पास नहीं हैं।
प्रश्नवाचक- तुम्हारी पुस्तक मेरे पास कहाँ है?

(5) निश्चयवाचक- तुम किसी न किसी तरह उत्तीर्ण हो गए।
प्रश्नवाचक- तुम कैसे उत्तीर्ण हो गए?

(6) निश्चयवाचक- अब तुम बिल्कुल स्वस्थ हो गए हो।
प्रश्नवाचक- क्या तुम अब बिल्कुल स्वस्थ हो गए हो?

(7) निश्चयवाचक- यह एक अनुकरणीय उदाहरण है।
प्रश्नवाचक- क्या यह अनुकरणीय उदाहरण नहीं हैं?

विस्मयादिबोधक वाक्य से विधानवाचक वाक्य में परिवर्तन

(1)विस्मयादिबोधक- वाह! कितना सुन्दर नगर है!
विधानवाचक वाक्य- बहुत ही सुन्दर नगर है!

(2) विस्मयादिबोधक- काश! मैं जवान होता।
विधानवाचक वाक्य- मैं चाहता हूँ कि मैं जवान होता।

(3) विस्मयादिबोधक- अरे! तुम फेल हो गए।
विधानवाचक वाक्य- मुझे तुम्हारे फेल होने से आश्चर्य हो रहा है।

(4) विस्मयादिबोधक- ओ हो! तुम खूब आए।
विधानवाचक वाक्य- मुझे तुम्हारे आगमन से अपार ख़ुशी है।

(5) विस्मयादिबोधक- कितना क्रूर!
विधानवाचक वाक्य- वह अत्यन्त क्रूर है।

(6) विस्मयादिबोधक- क्या! मैं भूल कर रहा हूँ!
विधानवाचक वाक्य- मैं तो भूल नहीं कर रहा।

(7) विस्मयादिबोधक- हाँ हाँ! सब ठीक है।
विधानवाचक वाक्य- मैं अपनी बात का अनुमोदन करता हूँ।