योग- नियम, उपाय, मिलन, युक्ति, विधा, कौशल, ध्यान, जोड़।
यति- योगी, जितेन्द्रिय, ब्रह्मा-पुत्र, विराम।
राशि- समूह, मेष, कर्क, आदि राशियाँ।
रस- प्रेम, काव्य के नौ रस, अर्क, स्वाद, सार।
रक्त- लहू, लाल रंग, सिंदूर, केसर।
रुचि- प्रेम, शोभा, किरण, इच्छा।
रश्मि- लक्ष्मी, किरण, लगाम।
रंग- शोभा, सौंदर्य, ठाट-बाट, दशा।
शिव- मंगल, महादेव, वेद, गीदड़, भागयशाली।
शुद्ध- पवित्र, ठीक, जिसमें मिलावट न हो।
शिखा- चोटी, ज्वाला, शाखा, दीपक की लौ।
शिखि- अग्नि, मयूर, पुरुष, मुर्गी।
श्यामा- तुलसी, यमुना, रात, राधा।
शिलीमुख- भ्रमर, बाण, मूर्ख।
शून्य- आकाश, बिन्दु, अभाव, ईश्वर।
श्रम- परिश्रम, थकावट, प्रयास, दुःख।
श्री- लक्ष्मी, कमला, चमक, चन्दन।
शृंखला- साँकल, कतार, बंधन।
श्रुति- कान, वेद।
शॉल- एक पेड़, ऊनी चादर।
शेर- सिंह, उर्दू छंद के दो चरण।
शंकु- कील, बाण की नोंक, विष।
शक्ति- देवी, योग्यता, प्रभाव, बल।
शंबर- जल, बादल, चित्र, युद्ध, व्रत।
सर- तालाब, सिर, पराजित।
सेहत- सुख, स्वास्थ्य। रोग से छुटकारा।
सुधा- अमृत, पानी।
संज्ञा- नाम, चेतना।
सारंग- हाथी, कोयल, कामदेव, सिंह, धनुष भौंरा, मृग, मयूर, स्त्री, नानावर्ण, सुन्दर, सरस, बादल, वृक्ष, छाता,
वस्त्र, बाल, शंख,
शिव, कपूर, चन्दन, आभूषण, स्वर्ण मधुमक्खी, कमल।
संकर- दोगला, योग, गोबर, एक अलंकार।
संख्या- अंक, प्रज्ञा, तरीका, नाम।
संगर- युद्ध, खाई, रजामन्दी, सौदा, वादा।
संतान- औलाद, धारा, वंश, विस्तार।
सत्त्व- एक गुण, जीवन, भ्रूण, सत्य।
सिला- इनाम, बदला।
संग- पत्थर, साथ, आसक्ति।
सर्ग- अध्याय, सृष्टि, संतान, प्रकृति।
सुत- पुत्र, पार्थिव।
संधा- प्रतिज्ञा, साँझ, स्थिति।
सुमन- फूल, विचारवान।
सोना- स्वर्ण, नींद।
स्थूल- मोटा, सहज में दिखाई देने या समझ में आने योग्य।
स्नेह- प्रेम, तेल, चिकनाई।
हार- आभूषण, शिथिलता, पराजय।
हंस- प्राण, सूर्य, आत्मा, एक पक्षी।
हस्ती- हाथी, औकात, अस्तित्व।
हरकत- गति, चेष्टा, नटखटपन।
हीन- रहित, दीन, निकृष्ट।
हिम- बर्फ, चाँद, कमल, मोती, कपूर।
हसरत- अफ़सोस, कामना।
हत- मारा गया, विरहित, विफल, ग्रस्त।
हर- महादेव, अग्नि, गधा, भाजक।
हरिण- मृग, शिव, नेवला, हंस, विष्णु।
हरि- हाथी, विष्णु, पहाड़, सिंह, इन्द्र, घोड़ा, सर्प, बन्दर, वानर, मेढ़क, यमराज, शिव, कृष्ण, किरण,
कोयल, हंस।