हिन्दी की प्रमुख दलित पत्रिकाएँ
हिन्दी की प्रमुख दलित पत्रिकाएँ
दलित पत्रकारिता की शुरुआत मराठी में 1 जनवरी 1899 से ''दीनबन्धु' से माना जाता है।
इसका सम्पादन ज्योतिबा फूले करती थीं।
हिन्दी दलित पत्रकारिता की शुरुआत अम्बेडकर के 'जनता' पत्र से माना जाता है।
प्रमुख दलित पत्रिकाएँ और उसके सम्पादक निम्नलिखित हैं-
| सम्पादक |
वर्ष |
पत्र/पत्रिका |
प्रकार |
स्थान |
| भीमराव अम्बेडकर |
1920 |
मूकनायक |
|
|
| भीमराव अम्बेडकर |
1927 |
बहिष्कृत भारत |
|
|
| भीमराव अम्बेडकर |
1928 |
समता |
|
|
| भीमराव अम्बेडकर |
1930 |
जनता |
|
|
| रघुनन्दन प्रसाद |
1937 |
दलित मित्र |
|
बिहार |
| चन्द्रिका प्रसाद |
1937 |
नवजीवन |
|
लखनऊ |
| अज्ञात |
1961 |
अस्मितादर्श |
|
महाराष्ट्र |
| नामदेव ढ़कसाल व |
1975 |
पैंथर |
|
|
| जे० पी पवार |
|
|
|
|
| पैंथर संगठन द्वारा |
1978 |
आक्रोश |
|
|
| देवेश चौधरी |
2000 |
तीसरा पक्ष |
त्रैमासिक |
जबलपुर |
| तेज सिंह |
2000 |
अपेक्षा |
|
दिल्ली |
| मोहनदास नैमिशराय |
2006 |
बयान |
मासिक |
दिल्ली |
| डॉ० तुलसीदास |
|
भारत अश्वघोष |
|
नागपुर |
| ओमप्रकाश वाल्मीकि |
1995 |
प्रज्ञा साहित्य |
त्रैमासिक |
फर्रुखाबाद |
| जय प्रकाश कर्दम |
1997 |
पश्यन्ती |
|
दिल्ली |
| देश निर्मोही |
|
पल प्रतिपल |
|
पंचकूला |
| रमणिका गुप्ता |
|
युद्धराम आम आदमी |
|
दिल्ली |
| जयप्रकाश कर्दम |
|
दलित साहित्य वार्षिकी |
|
दिल्ली |
| जयनारायण |
1998 |
कल के लिए |
|
बहराइच |
| विभांशु दिव्या |
1997 |
राष्ट्रीय सहारा (हस्तक्षेप) |
साप्ताहिक |
नोएडा |
| दिनेश राम |
|
बहुरि नहिं आवन |
त्रैमासिक |
दिल्ली |
| सपना सोनकर |
|
नागफनी |
त्रैमासिक |
उत्तराखण्ड |
| विमल थोराट |
|
दलित अस्मिता |
त्रैमासिक |
दिल्ली |
भीमराव अम्बेडकर 'जनता' पत्रिका को सन् 1956 ई० से 'प्रबुद्ध भारत'
नाम से प्रकाशित करने लगे थे।
पुरस्कार एवं सम्मान
(क) ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिन्दी साहित्यकार
| वर्ष |
पुरस्कार विजेता |
रचना |
| 1968 |
सुमित्रानंदन पंत |
चिदम्बरा |
| 1972 |
रामधारी सिंह 'दिनकर' |
उर्वशी |
| 1978 |
अज्ञेय |
कितनी नावों में कितनी बार |
| 1982 |
महादेवी वर्मा |
यामा |
| 1992 |
नरेश मेहता |
सम्पूर्ण साहित्य |
| 1999 |
निर्मल वर्मा |
सम्पूर्ण साहित्य |
| 2005 |
कुँवर नारायण |
सम्पूर्ण साहित्य |
| 2009 |
अमरकांत एवं श्रीलाल शुक्ल |
सम्पूर्ण साहित्य |
नोट : सन् 1984 ई० के बाद ज्ञानपीठ पुरस्कार लेखक के समग्र साहित्यिक
योगदान पर दिया जाने लगा।
(ख) हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार
| वर्ष |
पुरस्कार विजेता |
रचना |
विधा |
| 1955 |
माखनलाल चतुर्वेदी |
हिमतरंगिणी |
काव्य |
| 1956 |
वासुदेवशरण अग्रवाल |
पद्मावत संजीवनी |
व्याख्या |
| 1957 |
आचार्य नरेन्द्रदेव |
बौद्ध धर्म दर्शन |
दर्शन |
| 1958 |
राहुल सांकृत्यायन |
मध्य एशिया का इतिहास |
इतिहास |
| 1959 |
रामधारी सिंह दिनकर |
संस्कृति के चार अध्याय |
भा० संस्कृति |
| 1960 |
सुमित्रानंदन पंत |
कला और बूढ़ा चाँद |
काव्य |
| 1961 |
भगवतीचरण वर्मा |
भूले बिसरे चित्र |
उपन्यास |
| 1962 |
पुरस्कार नहीं दिया गया |
|
|
| 1963 |
अमृत राय |
प्रेमचंद्र : कलम का सिपाही |
जीवनी |
| 1964 |
अज्ञेय |
आँगन के पार द्वार |
काव्य |
| 1965 |
डॉ० नगेन्द्र |
रस सिद्धान्त |
विवेचना |
| 1966 |
जैनेन्द्र कुमार |
मुक्तिबोध |
उपन्यास |
| 1967 |
अमृतलाल नागर |
अमृत और विष |
उपन्यास |
| 1968 |
हरिवंश राय बच्चन |
दो चट्टाने |
काव्य |
| 1969 |
श्रीलाल शुक्ल |
राग दरबारी |
उपन्यास |
| 1970 |
रामविलास शर्मा |
निराला की साहित्य साधना |
जीवनी |
| 1971 |
नामवर सिंह |
कविता के नये प्रतिमान |
आलोचना |
| 1972 |
भवानी प्रसाद मिश्र |
बुनी हुई रस्सी |
काव्य |
| 1973 |
हजारी प्रसाद द्विवेदी |
आलोक पर्व |
निबन्ध |
| 1974 |
शिवमंगल सिंह 'सुमन' |
मिट्टी की बारात |
काव्य |
| 1975 |
भीष्म साहनी |
तमस |
उपन्यास |
| 1976 |
यशपाल |
मेरी तेरी उसकी बात |
उपन्यास |
| 1977 |
शमशेर बहादुर सिंह |
चुका भी हूँ मैं नहीं |
काव्य |
| 1978 |
भारत भूषण अग्रवाल |
उतना वह सूरज है |
काव्य |
| 1979 |
धूमिल |
कल सुनना मुझे |
काव्य |
| 1980 |
कृष्णा सोबती |
जिन्दगीनामा |
उपन्यास |
| 1981 |
त्रिलोचन शास्त्री |
ताप के ताये हुए दिन |
काव्य |
| 1982 |
हरिशंकर परसाई |
विकलांग श्रृद्धा का दौर |
व्यंग्य |
| 1983 |
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना |
खूटियों पर टँगे लोग |
काव्य |
| 1984 |
रघुवीर सहाय |
लोग भूल गये हैं |
काव्य |
| 1985 |
निर्मल वर्मा |
कव्वे और काला पानी |
कहानी |
| 1986 |
केदारनाथ अग्रवाल |
अपूर्वा |
काव्य |
| 1987 |
श्रीकांत वर्मा |
मगध |
काव्य |
| 1988 |
नरेश महता |
अरण्या |
काव्य |
| 1989 |
केदारनाथ सिंह |
अकाल में सारस |
काव्य |
| 1990 |
शिव प्रसाद सिंह |
नीला चाँद |
उपन्यास |
| 1991 |
गिरिजा कुमार माथुर |
मैं वक्त के हूँ सामने |
काव्य |
| 1992 |
गिरिराज किशोर |
ढाई घर |
उपन्यास |
| 1993 |
विष्णु प्रभाकर |
अर्धनारीश्वर |
उपन्यास |
| 1994 |
अशोक वाजपेयी |
कहीं नहीं वहीं |
काव्य |
| 1995 |
कुँवर नारायण |
कोई दूसरा नहीं |
काव्य |
| 1996 |
सुरेन्द्र वर्मा |
मुझे चाँद चाहिए |
उपन्यास |
| 1997 |
लीलाधर जगूड़ी |
अनुभव के आकाश में चाँद |
काव्य |
| 1998 |
अरुण कमल |
नये इलाके में |
काव्य |
| 1999 |
विनोद कुमार शुक्ल |
दीवार में एक खिड़की रहती थी |
उपन्यास |
| 2000 |
मंगलेश डबराल |
हम जो देखते हैं |
काव्य |
| 2001 |
अलका सरावगी |
कलि कथा : वाया बाईपास |
उपन्यास |
| 2002 |
राजेश जोशी |
दो पंक्तियों के बीच |
काव्य |
| 2003 |
कमलेश्वर |
कितने पाकिस्तान |
उपन्यास |
| 2004 |
वीरेन डंगवाल |
दुष्चक्र में स्त्रष्टा |
काव्य |
| 2005 |
मनोहर श्याम जोशी |
क्याप |
उपन्यास |
| 2006 |
ज्ञानेन्द्र पति |
संशयात्मा |
काव्य |
| 2007 |
अमरकांत |
इन्हीं हथियारों से |
उपन्यास |
| 2008 |
गोविन्द मिश्र |
कोहरे में कैद रंग |
उपन्यास |
| 2009 |
कैलाश वाजपेयी |
हवा में हस्ताक्षर |
काव्य |
| 2010 |
उदय प्रकाश |
मोहनदास |
कहानी |
| 2011 |
काशीनाथ सिंह |
रेहन पर रग्घू |
उपन्यास |
| 2012 |
चंद्रकांत देवताले |
पत्थर फेंकता है |
काव्य |
| 2013 |
मृदुला गर्ग |
मिलजुल मन |
उपन्यास |