| शिवदान सिंह चौहान |
लक्ष्मीपुरा (1938 ई०, 'रूपाभ' पत्रिका में प्रकाशित होने वाली रिपोर्ट) |
| रांगेय राघव |
तूफानों के बीच (1946 ई०, हंस' पत्रिका में बंगाल के अकाल से संबंधित रिपोर्टो का पुस्तकाकार संकलन) |
| भदंत आनंद कौसल्यायन |
देश की मिट्टी बुलाती है |
| शमशेर बहादुर सिंह |
प्लाट का मोर्चा (1952 ई०) |
| कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' |
क्षण बोले कण मुस्काए (1953 ई०) |
| शिव सागर मिश्र |
वे लड़ेंगे हजारों साल (1966 ई०) |
| धर्मवीर भारती |
युद्ध यात्रा (1972 ई०) |
| फणीश्वरनाथ 'रेणु' |
ऋण जल धन जल (1977 ई०), नेपाली क्रांति कथा (1978 ई०), श्रुत-अश्रुत पूर्व (1984 ई०) |
| प्रकाश चन्द गुप्त |
(1) स्वराज्य भवन, (2) अल्मोड़े का बाजार, (3) बंगाल का अकाल। |
| उपेन्द्रनाथ अश्क |
पहाड़ों में प्रेममय संगीत |
| रामनारायण उपाध्याय |
(1) गरीब और अमीर पुस्तकें (1958), (2) नववर्षांक समारोह में। |
| विवेकी राय |
(1) जुलूस रूका है (1977), (2) बाढ़ ! बाढ़ !! बाढ़ !!! |
| डॉ० भगवतशरण उपाध्याय |
खून के छींटे |
| रामकुमार वर्मा |
पेरिस के नोट्स |
| कैलाश नारद |
धरती के लिए |
| जगदीश प्रसाद चतुर्वेदी |
चीनियों द्वारा निर्मित काठमाण्डू- ल्हासा सड़क |
| निर्मल वर्मा |
प्राग : एक स्वप्न |
| सती कुमार |
क्या हमने कोई षड्यंत्र रचा था? |
| श्रीकांत वर्मा |
मुक्ति फौज |
| कमलेश्वर |
क्रान्ति करते हुए आदमी को देखना |
| चंडी प्रसाद सिंह |
युवराज की यात्रा (1897) |