CBSE Xth HINDI A SQP 2020 SOLUTIONS


CBSE Xth HINDI A SQP 2020 SOLUTIONS

यहाँ सीबीएसई 10 वीं हिन्दी-A सैंपल प्रश्न पत्र 2020 के व्याकरण से संबंधित प्रश्नों का उत्तर दिया जा रहा हैं।

(ख) समाचार पत्र के नियमित पठन का महत्त्व

(i) प्रस्तावना- आजकल, समाचार पत्र जीवन की एक आवश्यकता बन गया है। यह बाजार में लगभग सभी भाषाओं में उपलब्ध होता है। एक समाचार पत्र खबरों का प्रकाशन होता है, जो कागजों पर छापा जाता है और लोगों के घरों में वितरित किया जाता है। अलग-अलग देश अपना अलग समाचार संगठन रखते हैं। समाचारपत्र मुख्य रूप से मुख्य घटनाओं का विवरण प्रस्तुत करते हैं। देश-विदेश में जिस क्षण भी राजनीतिक भूकंप आया, समाचारपत्र में शीघ्र ही उसके कंपन का अंकन हो गया। अतः समाचारपत्र युग के गतिमापक यंत्र है। यह ऐसा दर्पण है, जिसमें हम जनजीवन का प्रतिबिंब देखते हैं, यह ऐसा शीशा है, जिसके आर-पार हम देख सकते हैं। समाचापत्र समाज का थर्मामीटर है, जिसमें समाजिक वातावरण के तापमान का भान होता है।

(ii) ज्ञान का भंडार- आजकल समाचार-पत्र पाठकों की ज्ञान-वृद्धि भी करते है। विशेष रूप रविवारीय पुष्ठों में छपी जानकारियाँ, नित्य नए अविष्कार, नए साधन, नए पाठ्यक्रमों की जानकारी, अदभुत संसार की अदभुत जानकारियाँ पाठकों का ज्ञान बढ़ाती है। रोगों की जानकारी, उनके इलाज के उपाय भी समाचार-पत्र में छापे जाते है।

समाचार पत्र वास्तव में ज्ञान का भंडार है। इनके माध्यम से हमें जहां विश्व भर की घटनाओं की जानकारी मिलती है वही इसमें अपना विज्ञापन देकर व्यवसायी लोग अपना व्यापार भी बढ़ाते हैं। इनमें विज्ञापन देने से हर तबके में मध्य आप अपने उत्पाद का प्रचार कर सकते हैं। समाचार पत्रों में हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ विशेष अवश्य होता है। इसमें महिलाओं से लेकर बच्चों तक के लिए सामग्री प्रकाशित होती हैं।

समाचार पत्रों के माध्यम से हमें राजनीतिक घटनाक्रमों के अलावा खेलों, फलों व सब्जियों के भाव, रेलवे आरक्षण, परीक्षा परिणाम, विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश सम्बन्धी जानकारी भी प्राप्त होती हैं। समाचार पत्र दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक या फिर त्रैमासिक हो सकता है।

आजकल समाचार पत्र के माध्यम से विज्ञापन के जरिये चिजों की जानकारी प्राप्त होती है। जैसे- समाचार पत्रों मे प्रकाशित विज्ञापन के जरिये हम जॉब, वैवाहिकी जैसी कई जानकारी प्राप्त कर सकते है। आजकल समाचार पत्रों में कोई भी नयी वस्तु चाहे वो मोबाइल हो या कार या किचिन से संबंधित कोई चीज उसका विज्ञापन हमे तुरंत देखने मिलता है और हमें इन चिजों की तथा इनकी कीमत की जानकारी मिलती है।

आजकल समाचार पत्र के माध्यम से सरकारी योजनाओ की जानकारी प्राप्त होती है। जैसे- कोई भी सरकारी योजना हो चाहे उसमें कोई परिवर्तन किए गए हो या उसे नया लॉंच किया गया हो, उसकी जानकारी हमें तुरंत समाचार पत्रों में उपलब्ध होती है। ताकि हम उसे जानकर उसका फायदा ले सके।

समाचार पत्र बच्चों के लिए भी उपयोगी होते है। समाचार पत्रों ने अपने बाल पाठ्को पर ध्यान देना भी प्रारंभ कर दिया है। वे उनके लिए अलग पत्रिकाओ के साथ-साथ कई तरह की प्रतियोगिताये भी आयोजित करते है। जिससे उनके मनोरंजन के साथ साथ उन्हे कई जानकारी भी मिलती है, साथ ही रीडिंग हेबिट्स भी बढ़ती है।

(iii)पढ़ने की स्वस्थ आदत का विकास- हम सभी के लिए समाचार पत्र का नियमित पाठ करना अत्यंत लाभकारी है। यह करने से हमें कई तरह के फायदे होंगे। अगर हम समाचार पत्र का नियमित रूप से पाठ करते हैं तो इससे पढ़ने कि स्वस्थ आदत हमें लग जाएगी जिसके बाद अन्य विषयों में भी पढ़ने कि रुचि बढ़ेगी। समाचार पत्र में शहर, राज्य, देश, दुनिया, खेल, अर्थव्यवस्था आदि से जुड़ी खबरें रहती है। अगर हम रोज अख़बार का पाठ करते हैं तो इससे हमारा ज्ञान वर्धन होगा और हम आस पास में हो रही चीजों से अवगत रहेंगे।

समाचार पत्र वह आवश्यक साधन है जो समाज के सभी वर्गों के लोगों के लिए जरूरी है। तो मेरे छात्रों क्यों इससे वंचित रहे? आपको अपने अंदर नियमित आधार पर अखबार पढ़ने की आदत उत्पन्न करने की कोशिश करनी चाहिए जिससे आप अपने आप में एक स्वस्थ बदलाव का अनुभव करेंगे। साथ ही, अपने सहकर्मी समूह में समाचार पत्र पढ़ने की इस आदत को प्रोत्साहित करें और अपने बौद्धिक विकास के लिए चर्चाओं और बहस में शामिल हों।

छात्रों को समाचार पत्रों/अख़बारों को पढ़ने से बहुत अधिक फायदे प्राप्त होते हैं जैसे वे अपनी शब्दों के ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। चाहे राजनीति विज्ञान हो, अर्थशास्त्र, हिंदी या कोई अन्य विषय हो छात्र आसानी से अपने स्रोत और दिलचस्पी के अनुसार टर्मिनोलोजी और संबंधि जानकारी हासिल कर सकते हैं। जैसे हमारे पास अखबार में अर्थशास्त्र के छात्रों के लिए "आर्थिक पृष्ठ खंड" होता है उसी तरह साहित्य या राजनीति विज्ञान के छात्रों के लिए संपादकीय पृष्ठ भी होता है। अपने शब्दों के ज्ञान को सुधारने के अलावा अखबार पढ़ने की आदत भी लोगों के सामान्य ज्ञान को बढ़ाती है और हमारे देश के विभिन्न हिस्सों और दुनिया में नवीनतम लोकप्रिय खबर के बारे में जागरूकता फैलाती है।

समाचार पत्र पढ़ना बहुत ही रुचि का कार्य है। यदि कोई इसे नियमित रूप से पढ़ने का शौक़ीन हो गया तो वह कभी भी समाचार पत्र पढ़ना नहीं छोड़ सकता। यह विद्यार्थियों के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि यह हमें सह ढंग से अंग्रेजी बोलना सिखाता है। समाचार पत्र अब देश के पिछड़े हुए क्षेत्रों में भी बहुत प्रसिद्ध हो गए हैं। किसी भी भाषा को बोलने वाला व्यक्ति समाचार पत्र पढ़ सकता है क्योंकि यह विभिन्न भाषाओं; जैसे- हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू आदि में क्षेत्रों के अनुसार उपलब्ध है। समाचार पत्र हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम हमारे लिए दुनिया भर के कोनों से सैकड़ों खबरें लाता है।

यदि हम प्रतिदिन नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ने की आदत बनाते है, तो यह हमारी बहुत मदद करता है। यह हम में पढ़ने की आदत विकसित करता है, हमारे प्रभाव में सुधार करता है और हमें बाहर के बारे में सभी जानकारी देता है। कुछ लोगों में समाचार पत्र को प्रत्येक सुबह पढ़ने की आदत होती है। वे समाचार पत्र की अनुपस्थिति में बहुत अधिक बेचैन हो जाते हैं और पूरे दिन कुछ अकेलापन महसूस करते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थी भी अपने मस्तिष्क को वर्तमान सामयिक घटनाओं से जोड़े रखने के लिए नियमित रूप से अख़बार पढ़ते हैं।

(iv)जागरूकता- समाचार पत्र पढ़ने से लोगो में जागरूकता भी आती है। और लोग सजग होते हैं। छात्र जीवन में नियमित रुप से समाचार पत्र पढ़ने से हमें कई विधिक विषयों पर जागरुकता मिलती है। इसलिए हर विद्यार्थी को पाठ्यक्रम के बाद नियमित समाचार पत्र भी पढ़ना चाहिए।सरकारी योजनाओं से संबंधित सारी जानकारियाँ समय समय पर समाचार पत्रों के माध्यम से पाठकों को मिलती हैं। और इससे पाठक जागरूक होकर लाभान्वित होते हैं। बिमारियों के फैलने और उनके रोकथाम हेतु जनमानस को समाचार पत्रों के माध्यम से जागरूक किया जाता हैं। युवा वर्ग को रोजगार परक विषयों के चुनाव में समाचार पत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आने वाले दौर में कौन सी तकनीक का बोलबाला रहेगा। इसके संबंध में समाचार पत्र पाठको को जागरूक करते हैं। समाचार पत्र इंटरनेट के माध्यम से संचालित होने वाले अपने एप्प्स के द्वारा प्राकृतिक आपदाओं के बारे में त्वरित जानकारी उपलब्ध करवाते हैं, जिससे जानमाल का न्यूनतम नुकसान होता है।

(v)उपसंहार- आज की लोकप्रिय व्यवस्था में समाचार पत्रों का अत्यधिक महत्व होता है। समाचार पत्र ज्ञानवर्धन का साधन होते हैं इसलिए हमें नियमित रूप से उनका अध्ययन करनी की आदत डालनी चाहिए। समाचार पत्रों के बिना आज के युग में जीवन अधुरा है। आज के समय में समाचार का महत्व बहुत बढ़ चुका है क्योंकि आज के आधुनिक युग में शासकों को जिस चीज से सबसे ज्यादा भय है वह समाचार पत्र हैं।