Sandhi (Seam)-संधि
( म )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
मतानुसार |
मत + अनुसार |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
मदिरालय |
मदिरा + आलय |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
मंदाग्नि |
मंद + अग्नि |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
मदांध |
मद + अंध |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
मदोन्मत्त |
मद + उन्मत्त |
अ + उ= ओ (गुण) |
मध्यांतर |
मध्य + अन्तर |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
मतैक्य |
मत + ऐक्य |
अ + ऐ= ऐ (वृद्धि) |
महोत्सव |
महा + उत्सव |
आ + उ= ओ (गुण) |
महर्षि |
महा + ऋषि |
आ + ऋ= अर् (गुण) |
महाशय |
महा + आशय |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
महात्मा |
महा + आत्मा |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
मरणासन्न |
मरण + आसन्न |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
मरणोपरान्त |
मरण + उपरान्त |
अ + उ= ओ (गुण) |
मल्लिकार्जुन |
मल्लिक + अर्जुन |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
मलयानिल |
मलय + अनिल |
अ + अ=आ (दीर्घ) |
महेन्द्र |
महा + इन्द्र |
आ + इ= ए (गुण) |
महेश |
महा + ईश |
आ + ई= ए (गुण) |
महीश्वर |
मही + ईश्वर |
ई + ई= ई (दीर्घ) |
मध्वाचार्य |
मधु + आचार्य |
उ + आ= वा (यण) |
मातृण |
मातृ + ऋण |
ऋ + ऋ= ऋ (दीर्घ) |
महैश्वर्य |
महा + ऐश्वर्य |
आ + ऐ=ऐ (वृद्धि) |
मुनीश |
मुनि + ईश |
इ = ई = ई (दीर्घ) |
मुनीन्द्र |
मुनि + इन्द्र |
इ + इ= ई (दीर्घ) |
मुखाकृति |
मुख + आकृति |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
मुखाग्नि |
मुख + अग्नि |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
महोदय |
महा + उदय |
आ + उ= ओ (गुण) |
महोपदेश |
महा + उपदेश |
आ + उ= ओ (गुण) |
महौज |
महा + ओज |
आ + ओ= औ (वृद्धि) |
महौषध |
महा + औषध |
आ + औ= औ (वृद्धि) |
मेघाच्छन्न |
मेघ + आच्छन्न |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
मन्वंतर |
मनु + अन्तर |
उ + अ= व (यण) |
मध्वासव |
मधु + आसव |
उ + आ= वा (यण) |
मध्यावकाश |
मध्य + अवकाश |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
मार्तण्ड |
मार्त + अण्ड |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
मृगेन्द्र |
मृग + इन्द्र |
अ + इ= ए (गुण) |
मृगांक |
मृग + अंक |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
मात्रानंद |
मातृ + आनंद |
ऋ + आ= रा (यण) |
( य )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
यथेष्ट |
यथा + इष्ट |
आ + इ= ए (गुण) |
यथोचित |
यथा +उचित |
आ + उ= ओ (गुण) |
यद्यपि |
यदि + अपि |
इ + अ= य (यण) |
यज्ञाग्नि |
यज्ञ + अग्नि |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
यज्ञोपवीत |
यज्ञा + उपवीत |
अ + उ= ओ (गुण) |
योगेन्द्र |
योग + इन्द्र |
अ + इ= ए (गुण) |
( र )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
रक्ताभ |
रक्त + आभ |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
रमेश |
रमा+ईश |
आ + ई= ए (गुण) |
रमेन्द्र |
रमा + इन्द्र |
आ + इ= ए (गुण) |
रसास्वादन |
रस + आस्वादन |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
रजनीश |
रजनी + ईश |
ई + ई= ई (दीर्घ) |
रवींद्र |
रवि + इंद्र |
इ + इ= ई (दीर्घ) |
रवीश |
रवि + ईश |
इ + ई= ई (दीर्घ) |
रत्नाकर |
रत्न + आकर |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
रसात्मक |
रस + आत्मक |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
रसानुभूति |
रस + अनुभूति |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रसाभास |
रस + आभास |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
राकेश |
राका + ईश |
आ + ई= ए (गुण) |
राजर्षि |
राजा + ऋषि |
आ + ऋ= अर (गुण) |
रामायण |
राम + अयन |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
राजेन्द्र |
राजा + इन्द्र |
आ + इ= ए (गुण) |
रामावतार |
राम + अवतार |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रामाधार |
राम + आधार |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
राजाज्ञा |
राजा + आज्ञा |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
राघवेन्द्र |
राघव + इन्द्र |
अ + इ= ए (गुण) |
राज्याभिषेक |
राज्य + अभिषेक |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रामेश्वर |
राम + ईश्वर |
अ + ई= ए (गुण) |
रावणेश्वर |
रावण + ईश्वर |
अ + ई= ए (गुण) |
रत्नावली |
रत्न + अवली |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
रूद्राक्ष |
रूद्र + अक्ष |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रेखांकित |
रेखा + अंकित |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रेखांश |
रेखा + अंश |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रोमावलि |
रोम + अवलि |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
रावण |
रौ + अन |
औ + अ= आव (अयादि) |
रामानन्द |
राम + आनंद |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
( ल )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
लघूर्मि |
लघु + ऊर्मि |
उ + ऊ= ऊ (दीर्घ) |
लम्बोदर |
लम्ब + उदर |
आ + उ= ओ (गुण) |
लोकोत्तर |
लोक + उत्तर |
|
लंकेश्वर |
लंका + ईश्वर |
आ + ई= ए (गुण) |
लघ्वाहार |
लघु + आहार |
उ + आ= वा (यण) |
लाटानुप्रास |
लाट + अनुप्रास |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
लिंगानुशासन |
लिंग + अनुशासन |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
लोकोक्ति |
लोक + उक्ति |
अ + उ= ओ (गुण) |
लोकेश |
लोक + ईश |
अ + ई= ए (गुण) |
लोकायतन |
लोक + आयतन |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
लीलागार |
लीला + आगार |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
लोपामुद्रा |
लोप + आमुद्रा |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
लोहिताश्व |
लोहित + अश्व |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
लेखाधिकारी |
लेखा + अधिकारी |
आ + अ= आ (दीर्घ) |
लुप्तोपमा |
लुप्त + उपमा |
अ + उ= ओ (गुण) |
लोकाधिपति |
लोक + अधिपति |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
लोकोत्तर |
लोक + उत्तर |
अ + उ= ओ (गुण) |
लोटा |
लृ + ओटा |
लृ + ओ= लो (यण) |
( व )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
वंशांकुर |
वंश + अंकुर |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वंशानुक्रम |
वंश + अनुक्रम |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वघूत्सव |
वघू + उत्सव |
ऊ + उ= ऊ (दीर्घ) |
वज्रांग |
वज्र + अंग |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वज्राघात |
वज्र + आघात |
अ + आ= आ(दीर्घ) |
वज्रायुध |
वज्र + आयुध |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
वनोत्सव |
वन + उत्सव |
अ + उ= ओ (गुण) |
व्यर्थ |
वि + अर्थ |
इ + अ= य (यण) |
वसंतोत्सव |
वसंत + उत्सव |
अ + उ= ओ (गुण) |
वसुधैव |
वसुधा + एव |
आ + ए= ऐ (वृद्धि) |
वार्तालाप |
वार्ता + आलाप |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
वामेश्वर |
वाम + ईश्वर |
अ + ई= ए (गुण) |
व्यापक |
वि + आपक |
इ + आ= या (यण) |
व्याप्त |
वि + आप्त |
इ + आ= या (यण) |
व्याकुल |
वि + आकुल |
इ + आ= या (यण) |
व्यायाम |
वि + आयाम |
इ + आ= या (यण) |
व्याधि |
वि + आधि |
इ + आ= या (यण) |
व्याघात |
वि + आघात |
इ + आ= या (यण) |
व्युत्पत्ति |
वि + उत्पत्ति |
इ + उ= यु (यण) |
व्यूह |
वि + ऊह |
इ + ऊ= यू (यण) |
विद्योपार्जन |
विद्या + उपार्जन |
आ + उ= ओ (गुण) |
विधूदय |
विधु + उदय |
उ + उ= ऊ (दीर्घ) |
विकासोन्मुख |
विकास + उन्मुख |
अ + उ= ओ (गुण) |
विजयेच्छा |
विजय + इच्छा |
अ + इ= ए (गुण) |
विचारोचित |
विचार + उचित |
अ + उ= ओ (गुण) |
विकलांग |
विकल + अंग |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वीरांगना |
वीर + अंगना |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वेदान्त |
वेद + अन्त |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वेदाध्ययन |
वेद + अध्ययन |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वनौषधि |
वन + ओषधि |
अ + ओ= औ (वृद्धि) |
वध्वागमन |
वधू + आगमन |
ऊ + आ= वा (यण) |
वध्वैश्वर्य |
वधू + ऐश्वर्य |
ऊ + ऐ= वै (यण) |
वस्त्रालय |
वस्त्र + आलय |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
वर्णनातीत |
वर्णन + अतीत |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
वर्णाश्रम |
वर्ण + आश्रम |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
वर्गाकार |
वर्ग + आकार |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
( श )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
शताब्दी |
शत + अब्दी |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शकारि |
शक + अरि |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शब्दालंकार |
शब्द + अलंकार |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शयन |
शे + अन |
ए + अ= अय (अयादि) |
शरणागत |
शरण + आगत |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
शरणार्थी |
शरण + अर्थी |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शायक |
शै + अक |
ऐ + अ= आप (अयादि) |
शावक |
शौ + अक |
औ + अ= आव (अयादि) |
शास्त्रानुसार |
शास्त्र + अनुसार |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शास्त्रार्थ |
शास्त्र + अर्थ |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शिष्टाचार |
शिष्ट + आचार |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
शिवालय |
शिव + आलय |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
शिलासन |
शिला + आसन |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
शिक्षालय |
शिक्षा + आलय |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
शिक्षार्थी |
शिक्षा + अर्थी |
आ + अ= आ (दीर्घ) |
शिवेन्द्र |
शिव + इन्द्र |
अ + इ= ए (गुण) |
शिवाम्बु |
शिव + अम्बु |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
शुद्धोदन |
शुद्ध + ओदन |
अ + ओ= ओ |
शुभारंभ |
शुभ + आरंभ |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
शुभ्रांशु |
शुभ + अंशु |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
शुभेच्छा |
शुभ + इच्छा |
अ + इ= ए (गुण) |
श्वेताम्बर |
श्वेत + अम्बर |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
श्रवण |
श्रो + अन |
ओ + अ= अव (अयादि) |
श्रावण |
श्रौ + अन |
औ + अ= आव (अयादि) |
श्लोकाबद्ध |
श्लोक + आबद्ध |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
षोड्शोपचार |
षोड्श + उपचार |
अ + उ= ओ (गुण) |
सत्याग्रह |
सत्य+आग्रह |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
सभाध्यक्ष |
सभा + अध्यक्ष |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
सावधान |
स + अवधान |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
स्वल्प |
सु + अल्प |
उ + अ= व (यण) |
( ह )
संधिपद |
विच्छेद |
जिन स्वरों में संधि हुई |
हरीश |
हरि + ईश |
इ + ई= ई (दीर्घ) |
हर्षोल्लास |
हर्ष + उल्लास |
अ + उ= ओ (गुण) |
हताश |
हत + आश |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
हरिणाक्षी |
हरिण + अक्षी |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
हताहत |
हत + आहत |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
हितोपदेश |
हित + उपदेश |
अ + उ= ओ (गुण) |
हिमालय |
हिम + आलय |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
हितैषी |
हित + ऐषी |
अ + ऐ= ऐ (वृद्धि) |
हीनावस्था |
हीन + अवस्था |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
हास्यास्पद |
हास्य + आस्पद |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
क्षुधातुर |
क्षुधा + आतुर |
आ + आ= आ (दीर्घ) |
त्रिपुरारि |
त्रिपुर + अरि |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
त्रिभुजाकार |
त्रिभुज + आकार |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
ज्ञानेश |
ज्ञान + ईश |
अ + ई= ए (गुण) |
ज्ञानेश्वर |
ज्ञान + ईश्वर |
अ + ई= ए (गुण) |
ज्ञानांजन |
ज्ञान + अंजन |
अ + अ= आ (दीर्घ) |
ज्ञानेन्द्रिय |
ज्ञान + इन्द्रिय |
अ + इ= ए (गुण) |
क्षुद्रात्मा |
क्षुद्र + आत्मा |
अ + आ= आ (दीर्घ) |
क्षुधार्त्त |
क्षुधा + आर्त्त |
आ + आ= आ (दीर्घ) |