भालूमल ने कोट सिलाया, मगर हो गया छोटा। वो भागा दरजी के पीछे, लेकर डंडा मोटा। दरजी बोला माफ करो जी ! ठीक लिया था नाप। मेरा क्या है दोष भला ? जब मोटे हो गए आप !